आप को देखा-लगा कोई हमारा मिल गया
यूँ लगा- जैसे हमें जीवन दुबारा मिल गया
हम भिखारी हैं मगर तुम हो बढ़े दाता प्रभो ,
तुम मिले दौलत भरा हमको पिटारा मिल गया
हम अजर हैं हम अमर हैं आत्मा मरती नहीं ,
सुन लगा गीता से हमको यह इशारा मिल गया
हर किसी के वास्ते चाहे नहीं होती कृपा ,
आँख अपनी खोलते दर्शन तुम्हारा मिल गया
हूर कोई देखता हूँ तो मुझे ऐसा लगे ,
हूर के इस रूप में तेरा शरारा मिल गया
सब जगह मौजूद है पर आँख से दिखता नहीं ,
याद जैसे ही किया मोहन दुलारा मिल गया
आँच आ सकती नहीं उसको कभी संसार में ,
राम के बस नाम का जिसको सहारा मिल गया
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